क्या जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती होती रहेगी कलंकित या समाज सुधार अभियान यात्रा इसे बचा लेगी?

क्या जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती होती रहेगी कलंकित या समाज सुधार अभियान यात्रा इसे बचा लेगी?

जेटी न्यूज।

समस्तीपुर::- जानकारों के मुताबिक जननायक कर्पूरी ठाकुर की धरती कलंकित हो रही है। गांधी कि हत्यारे को देश में गद्दी मिल जाने के कारण संपूर्ण भारत नाथूराम गोडसे से अलंकृत की जा रही है। वहीं समस्तीपुर जिला मुख्यालय स्थित जननायक की धरती इसे रोकने में भी विफल नजर आ रही है। जयप्रकाश के चेले और कर्पूरी जी कि नाम लेकर पिछले 15 वर्षों से सत्तासीन होने के बावजूद भी जननायक के आत्मा को तड़पा रहे हैं। मुख्यमंत्री के आगमन पर समस्तीपुर जिला प्रशासन, मुख्यालय को जहां दुल्हन की तरह सजा धजा रही है। वहीं पिछले कुछ महीनों में समस्तीपुर में 3-3 हत्याएं पुलिस कस्टडी में और पुलिस की गोलियां से होने की घटना पर सत्ता और विपक्ष के नेताओं का चुप रहना भी अपने आप में एक गंभीर मामला है। यह लोकतंत्र की हत्या जैसा प्रतीत होता है। जहां एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग छेड़े हुए हैं, वहीं जिला मुख्यालय में जिला परिषद् अध्यक्ष के चुनाव को लेकर जिला परिषद् के सदस्यों की खरीद बिक्री जोरों से चल रही है। आश्चर्य की बात यह है कि 3 लाख से लेकर 10 लाख रुपए तक की बोलियां लगाई जा रही है। जिसमें दारू माफिया, ड्रग माफिया, मानव तस्कर जैसे लोग सक्रिय देखे जा रहे हैं। जिला प्रशासन की चुप्पी कहीं ना कहीं इन माफियाओं को संरक्षण दिए जाने जैसा प्रतीत होता है, क्योंकि पंचायती राज व्यवस्था में 2001 से 2006 तक जिला परिषद् अध्यक्ष का आवास अपराधकर्मियों और अपहरणकर्ताओं का शरणस्थली बना था और अपराध चरम सीमा पर था। जैसे-जैसे लोगों में इसकी जानकारी हुई तो इन माफियाओं से जिला परिषद् अध्यक्ष के आवास को मुक्त कराने में जिला पार्षद से लेकर जिला प्रशासन ने अहम भूमिका निभाई थी। परंतु जिला परिषद् के चुनाव का परिणाम आने के बाद से जिले के शातिर माफिया जिला परिषद् सदस्य की खरीद बिक्री में सक्रिय हो गए और जानकारी के मुताबिक 20 से 22 सदस्यों को नेपाल की तराई में मौज मस्ती के लिए भेजे गए हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री का दौरा समस्तीपुर में होने वाला है। अगर मुख्यमंत्री ऐसे भ्रष्टाचारियों को अंकुश लगाने में विफल होते हैं तो राज्य को रसातल में जाने से कोई रोक नहीं सकता है। मुख्यमंत्री से जिला परिषद् के सदस्यों के खरीद बिक्री किए जाने के लिए दोषी व्यक्तियों पर सख्त कार्रवाई करने की समस्तीपुर जिला वासियों ने मांग की है, और कहा है कि ऐसे अपराधियों से जन नायक कर्पूरी की धरती को कब्जा होने से बचाएं। देखना है कि मुख्यमंत्री द्वारा समाज सुधार अभियान यात्रा का क्या असर समस्तीपुर जिला समेत बिहार के अन्य जिलों में होता है या मुख्यमंत्री का यह अभियान सात निश्चय योजना की तरह बिहार के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के भ्रष्टाचार की बलि का बकरा बन जाता है?

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