गैस एजेंसी मालिक द्वारा कर्मचारियों का हो रहा शोषण दोषी कौन

गैस एजेंसी मालिक द्वारा कर्मचारियों का हो रहा शोषण दोषी कौ


जे टी न्यूज़

पटना: एलपीजी काम करने वाले मजदूरों का शोषण विभिन्न जिलों में मालिक द्वारा किए जाने का समाचार प्राप्त हुआ है जानकारी के मुताबिक शायद बिहार के किसी भी एजेंसी के मालिक ने ईपीएफ और जीपीएस मजदूरों को नहीं दिया है और न देने की कोई योजना है. केंद्र सरकार से राज्य सरकार इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाने की जरूरत नहीं समझी क्योंकि यह तमाम गैस एजेंसी के मालिक किसी न किसी दल के नेता के संरक्षण में चलते हैं या किसी ने किसी सामंत परिवार के संचालक हैं. राज्य के श्रम आयुक्त से लेकर जिला में जिला श्रम पदाधिकारी केवल अपने-अपने जिलों में मंथली उगाही करने में व्यस्त नजर आता है. सोच की बात यह है कि बिहार का श्रम मंत्री भी इस दिशा में कोई पहल नहीं किया होगा. क्योंकि हर जिले में इन दिनों 10 से 15 एजेंसियां खुल गई है.

 

गैस बांटने वाले मजदूरों को 3000 से ₹7000 महीने दिए जाते हैं और यह कहा जाता है कि मगर इतना में काम करना है करो नहीं तो चले जाओ. और कहता है और मालिक द्वारा यह भी कहा जाता है कि अगर बाजार में कुछ गैस भोक्ता अगर कुछ देता है तो ले लिया करो. गैस संचालक के मालिक गैस को ब्लैकमेल करने के लिए मजबूर करते हैं जो गैस घर घर देने के लिए जाते हैं मजदूर. इस दिशा में सरकार को एक ठोस कदम उठाना चाहिए कि जब तक जवानी है जब तक मजदूर ठेला और ट्रैक्टर से घर-घर गैस पहुंचा देंगे उसे इस एवज में सरकार द्वारा दिए गए मापदंड का भी वेतन भुगतान नहीं किया जाना गैस मालिकों द्वारा संगीन अपराध है या नहीं.

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