वेतन सत्यापन आवेदनों के अग्रसारण से पहले त्रुटि परिमार्जन जरुरी- उच्च शिक्षा निदेशक
वेतन सत्यापन आवेदनों के अग्रसारण से पहले त्रुटि परिमार्जन जरुरी- उच्च शिक्षा निदेशक
जेटी न्यूज/ पटना
उच्च शिक्षा निदेशक रेखा कुमारी ने राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव को पत्र लिखकर कहा है कि वेतन सत्यापन हेतु भेजे जा रहे आवेदनों के अग्रसारण में सावधानी बरती जाए।वेतन सत्यापन आवेदन में की तरह की त्रुटि रहने के कारण वेतन सत्यापन कोषांग कारण पृछा कर आवेदनों को वापस कर दें रहे हैं। उन्होंने कहा है कि वेतन सत्यापन हेतु आनलाइन किए गए आवेदनों में औपबंधिक वेतन निर्धारण विवरणी पूर्णतः खाली रहती है अथवा अपूर्ण रहता है।वेतन निर्धारण समिति से अनुमोदित वेतन निर्धारण प्रपत्र आवेदन के साथ अपलोड करना अपेक्षित है।
उच्च शिक्षा निदेशक ने पत्र में कहा है कि वेतन सत्यापन आवेदनों के साथ नियुक्ति,सेवा संपुष्टि, प्रौन्नति ,सेवा अंतरलीनीकरण आदि से संबंधित साक्ष्य अथवा आदेश अपलोड नहीं रहता है। आवेदन के साथ पद स्वीकृति से संबंधित बिरणी अथवा साक्ष्य अपलोड नहीं रहता है।जिन कर्मियों का पूर्व में वेतन पूर्जा निर्गत है । पुनः उनके पुनरीक्षित वेतनमान में वेतन सत्यापन हेतु प्राप्त आवेदनों में कई मामलों में वेतन सत्यापन कोषांग से किए गए वेतन निर्धारण तथा विश्वविद्यालय के वेतन निर्धारण में भिन्नता पाई जा रही है। इसके अतिरिक्त सेवा इतिह और नियुक्ति संबंधी संतोष प्रद सूचना नहीं रहने पर भी वेतन सत्यापन में कठिनाइयां आती है। इसके साथ चतुर्थ वर्गीय कर्मियों का तृतीय वर्ग में प्रौन्नति का आधार स्पष्ट नहीं रहने से भी कठिनाइयां होती है।
2000 के बाद विश्वविद्यालयों में निम्न वर्गीय लिपिक के पद पर ही सीधी नियुक्ति का प्रावधान है। लेकिन कई विश्वविद्यालयों में उच्च वर्गीय लिपिक के वेतनमान में सीधी नियुक्ति कर दी गई है। इसीलिए वेतन सत्यापन हेतु आवेदन अग्रसारित करने से पहले तमाम तथ्यों पर ध्यान रखना जरूरी है।
पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ घनश्याम राय ने उपरोक्त पत्र के आलोक में बताया कि पूर्णिया विश्वविद्यालय द्वारा वेतन सत्यापन कोषांग को ऑनलाइन भेजी जा रही आवेदनों में त्रृटि नहीं के बराबर है।