नेपाल के बीरगंज में श्रद्धाभक्ति के साथ मनाया गया श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी का 135 वां आविर्भाव दिवस

नेपाल के बीरगंज में श्रद्धाभक्ति के साथ मनाया गया श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी का 135 वां आविर्भाव दिवस

कलियुग में अमानुष बने मानुष को पुनः मानुष बनाने के लिए ही ठाकुर जी का आविर्भाव हुआ है: अशोक चौरसिया एसपीआर
जेटी न्यूज

डी एन कुशवाहा

रक्सौल पूर्वी चंपारण – जब- जब इस धराधाम पर धर्म की हानि होती है, पाप-अत्याचार बढ़ता है, तब-तब युग पुरुषोत्तम इस धराधाम पर भूमिष्ट होते हैं। उक्त बातें शुक्रवार को श्रीश्री ठाकुर अनुकूल चंद्रजी के 135 वें शुभ आविर्भाव दिवस के अवसर पर नेपाल के सीमावर्ती शहर बीरगंज के छपकहिया स्थित सत्संग मंदिर में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सह प्रति ऋत्विक अशोक कुमार चौरसिया दादा ने कही। उन्होंने कहा कि हम सभी बहुत बड़े सौभाग्य शाली हैं कि मानव योनि में जन्म हुआ है। लेकिन मानव जैसे इतना विवेकशील योनि प्राप्त करने के बाद भी अज्ञानता वश कुछ लोग अपने गलत वृत्ति प्रवृत्ति के कारण अमानुष बन चुके हैं‌। वे ईर्ष्या, द्वेष, घृणा, नफरत, लोभ -लालच , पाप- अत्याचर जैसे अमानवीय दुर्गुणों की चपेट में आकर समाज के शांति प्रिय लोगों को क्षति पहुंचा रहे हैं और मानव योनि को कलंकित कर रहे हैं। ऐसे ही अमानुष बने मानुष को पुनः मानुष बनाने के लिए श्री श्री ठाकुर अनुकूल चंद्र जी का आज ही के दिन 1888 ईस्वी में बंग्लादेश अंतर्गत पवना जिला के हिमायतपुर गांव में एक ब्राह्मण कुल में आविर्भाव हुआ। चाहें तो ऐसे कल्कि अवतार, युग पुरुषोत्तम, सद्गुरु व अवतारी पुरुष के शरण में आकर हम अपने जीवन को धन्य एवं सार्थक बना सकते हैं।

यह कार्यक्रम शुक्रवार की सुबह चार बजे से शाम साढ़े छह बजे तक चला। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह चार बजे वेद मांगलिकी के साथ हुई। इसके बाद 4:30 बजे उषा कीर्तन,5:39 बजे प्रात कालीन विनती, 6:05 बजे भजनांजलि कार्यक्रम आयोजित किए गए। 8 बजे अल्पाहार,12 बजे से मातृ सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। अपराह्न 4 बजे से विराट सत्संग का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत नीरू मां के शंखनाद एवं ठाकुर जी के पवित्र पंजाधारी बृजेश तिवारी दादा के उद्बोधनी भजन से हुई। तत्पश्चात नीरू मां, कविता मां, रेनू मां, किरण मां, प्रदीप दा, विभाष कुमार ओझा दा तथा कमलेश तिवारी दा सहित अन्य गुरु माताओं एवं गुरु भाईयों ने ठाकुर भक्ति से ओतप्रोत होकर एक से बढ़कर एक भजन गाकर उपस्थित ठाकुर भक्तों को मंत्र मुक्त कर दिया।

इस अवसर पर एक दर्जन श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी की दीक्षा ग्रहण की। मौके पर एम के मिशन आवासीय विद्यालय भलुवहिंया रामगढ़वा के निदेशक ध्रुव नारायण कुशवाहा,अतुल सिन्हा, डॉ राजीव रंजन, रामजीत पासवान, प्रोफेसर दा, पवित्र पंजाधारी मनोज पटवा दा तथा प्रो. डॉ आनंद कुमार दादा सहित इंडिया एवं नेपाल के सैकड़ों गुरु मां एवं गुरु भाई उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button