कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मोरसराय में कस्तूरबा गांधी की जयंती मनाई गई

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मोरसराय में कस्तूरबा गांधी की जयंती मनाई गई
जे टी न्यूज


सासाराम। रोहतास जिले के शिवसागर प्रखंड कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मोरसराय में मंगलवार को धूमधाम से कस्तूरबा जयंती समारोह मनाई गई । मुख्य अतिथि नगर निगम वार्ड नंबर 7 के वार्ड पार्षद अमित कुमार सिंह उर्फ मुनमुन सिंह, वार्डेन रिना कुमारी, चन्दा कुमारी सहित अन्य लोगों ने कस्तूरबा गांधी के तैलय चित्र पर माल्यार्पण किया। मुख्य अतिथि को पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया। छात्राओं ने स्वागत गीत, रंगोली,चित्रांकन, सामूहिक गीत, आदिवासी डांस,दहेज प्रथा नुक्कड़,दांडिया डांस आदि कार्यक्रम कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर छात्राओं ने संकल्प लेते हुए कहा हम लोग समाज में व्याप्त बाल विवाह,दहेज प्रथा व नशा का विरोध करूंगी। मुख्य अतिथि वार्ड पार्षद अमित कुमार सिंह उर्फ मुनमुन सिंह ने विद्यालय के छात्राओं को सम्बोधित करते हुए कस्तूरबा गांधी के जीवनी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। उन्होंने बताया कि कस्तूरबा गांधी का जन्म 11 अप्रैल 1869 ई में काठियावाड़ के पोरबंदर नगर में हुआ था।मात्र 7 साल की अवस्था में उनकी सगाई महात्मा गांधी के साथ हो गई थी।पुन: 13 साल की उम्र में दोनों का विवाह हो गया। महात्मा गांधी की पत्नी होने के अलावा कस्तूरबा गांधी की अपनी पहचान भी थी।वें एक समाज सेविका थी।गरीब और पिछड़े वर्ग के लिए बापू ने काम किया यह तो हम सब जानते हैं। किंतु दक्षिण अफ्रीका में अमानवीय हालात में भारतीयों को काम कराने के विरूद्ध आवाज उठाने वाली कस्तूरबा गांधी ही थीं। सर्वप्रथम कस्तूरबा गांधी ने ही इस बात को प्रकाश में रखा और उनके लिए लड़ते हुए उनको 3 महीने के लिए जेल भी जाना पड़ा।इसके अलावा भी जब वे भारत लौटें तो अपने अंतिम क्षण तक भारतीयों की सेवा करती रहीं।वहीं वार्डन रीना कुमारी ने छात्राओं को बताया कि एक गरीब परिवार की छात्रा आगे की पढ़ाई कर भविष्य को सवारे और इस संस्था के साथ समाज एवं देश का नाम रोशन करें।इस मौके पर मुख्य अतिथि नगर निगम वार्ड नंबर 7 के वार्ड पार्षद अमित कुमार सिंह उर्फ मुनमुन सिंह, वार्डेन रीना कुमारी, चंद्रावती कुमारी, प्रियंका कुमारी, एकाउंटेंट चंदा कुमारी गार्ड कृष्णा पासवान एवं भगवान राम के अलावे सैकड़ों छात्राएं मौजूद रहे।

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