अपराधकर्मियों के संगठित गिरोह का दूसरा नाम पुलिस है एमनेस्टी इंटरनेशनल आलेख – प्रभुराज नारायण राव
अपराधकर्मियों के संगठित गिरोह का दूसरा नाम पुलिस है एमनेस्टी इंटरनेशनल
आलेख – प्रभुराज नारायण राव
जे टी न्यूज़
27 अप्रैल को मेरा एक लेख छपा था । दिल्ली जंतर मंतर धरना स्थल पुलिस के घेरे में आज लगातार हो रहे घटनाओं से यह स्पष्ट हो चुका है कि जंतर मंतर पर धरना दे रहे धरनार्थियों की आवाज प्रधानमंत्री या उनके मंत्रियों तक पहुंचना तो दूर की बात रही । उनकी आवाज उस जेल रूपी चारदीवारी से बाहर जा पाना संभव नहीं है । पिछले 3 मई की रात्रि में महिला पहलवानो के साथ पुलिस द्वारा जो ज्यादती की गई । देर रात्रि में उनके सोने वाले बेंच और बिस्तर को छीन लिया गया । उनको गंदी गालियां पुलिस द्वारा दी गई । महिला पहलवानों से छेड़ छाड़ किया गया । उनको पीटा गया। ⁹ऐसी हालात में अपने को पुलिस की गिरफ्त में असहाय महिला पहलवान रात भर रो कर और जाग कर गुजारी ।
यह सबको पता है कि सरकार या पदाधिकारियों के दमनात्मक कार्रवाइयों से पीड़ित लोग अपनी फरियाद को लेकर प्रधानमंत्री के पास आते हैं और उनके लिए जंतर मंतर का धरना स्थल सुरक्षित कर दिया गया है । जो पूर्ण रूप से पुलिस की गिरफ्त में है । जहां पुलिस की जवाबदेही पीड़ित लोगों को मदद पहुंचाना है । वहां किसी बर्बरता से पीड़ित लोग जब न्याय के लिए आते हैं ,तो पुलिस की लाठियां , गालियां और उनके छेड़खानी के शिकार हो जाते हैं । 4 मई को जे एन यू के छात्र संघ की अध्यक्षा आईसी घोष के साथ छात्राओं की टोली जब महिला पहलवानो के समर्थन में जंतर मंतर पहुंची ।
तो उन पर बर्बर लाठी चार्ज किए गए । जिसमें दर्जनों छात्राओं को चोटे आई तथा एक छात्र का हाथ टूट गया । यह बात कितना संवेदनशील है कि राष्ट्रीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह जो 107 हत्या फिरौती , बलात्कार जैसे संगीन अपराधों का दोषी है । जो गोंडा के महागुंडा के नाम से चर्चित है । क्योंकि वह भाजपा का नेता है , सांसद है । तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जुबान कैसे खुलेगी । क्योंकि उनके यहां बलात्कार कोई मायने नहीं रखता । जब इनके यहां चिन्मयानंद , दाती महाराज , कुलदीप सैंगर , आशाराम , राम रहीम जैसे बलात्कारियों की लंबी कतार हो । जहां भाजपा के लिए काम करने वाली कर्नाटका की एक महिला कार्यकर्ता यौन उत्पीड़न से पीड़ित भाजपा की जमात से अपने को अलग कर लिया । जहां सुख सुविधाओं से लबालब ऐश करने वाले नेताओं की जमात हो और इन सबको को बचाने के लिए सांप्रदायिक उन्माद जैसा जहरीला अस्त्र हो । जहां हिंदू मुसलमान ,मंदिर मस्जिद के नशे में लोगों को डुबो देने वाली नशा हो , मदिरा हो । वहां न्याय और संस्कृति की बात कैसे हो सकती है । इसलिए अब भाजपा , संघ और मोदी सरकार के जहरीली बयानों से लोगों को बचाना होगा और महिलाओं को बचाने के लिए , बच्चों की वैज्ञानिक शिक्षा के लिए , हमें सड़कों पर उतरना होगा ।
इसी की कड़ी के रूप में देश के हर कोने में महिला पहलवानों को न्याय दिलाने तथा यौन उत्पीड़न करने वाला वहशी वो बलात्कारी राष्ट्रीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष ब्रिज भूषण शरण सिंह को अविलंब गिरफ्तार कर जेल भेजने के लिए एकजुट संघर्ष करना होगा । जिस रास्ते को संयुक्त किसान मोर्चा तथा मुम्बई में अखिल भारतीय किसान सभा ने अपनाकर केन्द्र की मोदी सरकार तथा मुम्बई की भाजपा शिंदे सरकार को किसानों के सामने घुटने को विवश किया है ।