विवाह पंचमी को लेकर नेपाली ट्रेन का परिचालन 16,17,18 दिसंबर को नियमित किया गया

विवाह पंचमी को लेकर नेपाली ट्रेन का परिचालन 16,17,18 दिसंबर को नियमित किया गया

 

जे टी न्यूज़, जयनगर :

जयनगर विवाह पंचमी महोत्सव को लेकर रेल यात्री की भीड़ एवं यात्री सुविधा को लेकर नेपाली ट्रेन का परिचालन 16,17, 18 दिसंबर को अनियमित कर दिया गया है। यह जानकारी नेपाली रेल के मैनेजिंग डायरेक्टर निरंजन झा ने देते हुए बताया कि विश्व प्रसिद्ध विवाह पंचमी महोत्सव को लेकर हर साल की तरह इस साल भी रेल यात्री सुविधा एवं विवाह पंचमी महोत्सव में रेल यात्रियों की सहूलियत को लेकर जयनगर जनकपुर रेल खंड पर नेपाली ट्रेन का परिचालन जो अभी तीन बार अप डाउन करता है । विवाह पंचमी महोत्सव मे रेलयात्री भीड़ को देखते हुए और अनियमित कर दिया गया है। अगामी 17 दिसंबर को विवाह पंचमी को लेकर जयनगर से चलने वाली नेपाली ट्रेन को 16, 17,18 दिसंबर को जयनगर एव जनकपुर रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए कई बार अप एंड डाउन करेगी। यदि श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा रहेगी तो इसे आगे पीछे बढ़ाया जा सकता है। मैनेजिंग डायरेक्टर ने बताया कि भारत नेपाल का अटूट रोटी बेटी का संबंध है । एवं जनकपुर में विवाह पंचमी के महोत्सव पर भारतीय क्षेत्र से हर साल लाखों श्रद्धालु विवाह पंचमी महोत्सव में भाग लेने के लिए जनकपुर आते हैं, उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत ना हो इसके लिए नेपाली ट्रेन में चार अतिरिक्त बोगी जोर कर ट्रेन का परिचालन किया जाएगा। नेपाली रेलवे के द्वारा विवाह पंचमी में किसी भी श्रद्धालु को रेल यात्रा में किसी प्रकार की कठिनाई एवं रेल सुविधा सुरक्षा का विशेष ध्यान रखा जाएगा। एवं विवाह पंचमी में जयनगर रेलवे स्टेशन पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए नए समय से नेपाली ट्रेन का परिचालन यात्रियों की भीड़ को देखते हुए किया जाएगा जिससे यात्रियों को रेल यात्रा में किसी प्रकार की कठिनाई न हो। जयनगर से बर्दीबास तक 69 किलोमीटर का प्रोजेक्ट है। प्रथम चरण में जयनगर से कुर्था तक 34 किमी में रेलखंड का निर्माण पूरा कर सवारी गाड़ी का परिचालन दो अप्रैल, 2022 में शुरू किया गया था। अब दूसरे चरण में कुर्था से बिजलपुरा तक 17 किमी में भी ट्रेन का अभी चालान किया जा रहा है। इसके बाद शेष बचे तीसरे चरण का निर्माण कार्य प्रारंभ होगा। भारतीय कंपनी इरकान इंटरनेशनल लिमिटेड रेलखंड का निर्माण कर रही है।

Pallawi kumari

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