अनुशासित रहना विद्यार्थियों को बेहद जरूरी -प्रधानाध्यापक अशोक कुमार सिंह
अनुशासित रहना विद्यार्थियों को बेहद जरूरी -प्रधानाध्यापक अशोक कुमार सिंह
जे टी न्यूज़, करगहर(रोहतास) : जिला रोहतास में स्थित करगहर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक अशोक कुमार सिंह विद्यालय और विद्यार्थियों के प्रति काफी संवेदनशील नजर आ रहे हैं। विद्यालय में विद्यार्थियों का उज्जवल भविष्य को देखते हुए प्रतिदिन खुद से क्लास लेना सबके वश की बात नहीं है। विद्यार्थियों के कार्यों को लगातार जांच कर रहे हैं।
सबसे अहम बात यह है कि प्रधानाध्यापक अशोक कुमार सिंह पढ़ाई लिखाई के साथ-साथ विद्यार्थियों को शिष्टाचार व अनुशासन की ओर उन्मुख कर रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को यह भी बताया कि अनुशासन शब्द ‘अनु ‘और ‘शासन’ दो शब्दों के मेल से बना है। इसका शाब्दिक अर्थ है शासन के अनुसार चलना, व्यवस्था के अनुसार व्यवहार करना अथवा अपने को वश में करना। इस तरह अपने स्वयं की प्रेरणा से नियम,कायदे,कानून का पालन करना ही अनुशासन है।
उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि यदि हम बिना नियम,बिना उचित व्यवहार किए कोई भी कार्य करते हैं तो उसमें गलती होना स्वाभाविक है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि प्रकृति के कण-कण में अनुशासन व्याप्त है। सूरज के चारों तरफ पृथ्वी घूमती है
पूरब दिशा से सूरज निकलता है चंद्रमा तारे तथा अन्य ग्रह अपने मार्ग में यात्रा करते हैं ये बिना अनुशासन के हो जाए तो संसार अव्यवस्थित हो जाएगा। अतः अनुशासन विद्यार्थियों के जीवन की चतुर्दिक सफलता का महामंत्र है।