बीएनएमयू बचाओ संघर्ष मोर्चा” के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना का आयोजन

बीएनएमयू बचाओ संघर्ष मोर्चा” के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना का आयोजन


जे टी न्यूज़, मधेपुरा : भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय में “बीएनएमयू बचाओ संघर्ष मोर्चा” के द्वारा अनिश्चितकालीन धरना का आयोजन किया गया जिसमे मुख्य रूप से एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार,आईसा के विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली,छात्र जाप के विश्विद्यालय अध्यक्ष नंदन कुमार, एसएफआई के जिला सचिव बिमल बिद्राही, एवं एसएनएस महिला कॉलेज सुपौल के पूर्व प्राचार्य, शिक्षक और कर्मचारी ने अनिश्चितकालीन धरना पर बैठकर विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग रखी की पीएचडी कोर्स वर्क परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि अतिशीघ्र जारी हो | राजेंद्र मिश्रा महाविद्यालय सहरसा मे बीएड स्पॉट नामांकन और बीएड विभागाध्यक्ष नियुक्ति के खिलाफ़ बनी जांच कमेटी ज्ञापांक G.S (DSW-581/23) – 798/23. और सतेन्द्र नारायण सिंह महिला कॉलेज सुपौल के शाही निकाय के सचिव और दान दाता के विरुद्ध महामहिम कुलाधिपति और निदेशक उच्च शिक्षा से प्राप्त पत्र के आलोक में गठित पांच सदस्यीय कमिटी का रिपोर्ट लागू की जाए |


स्नातक प्रथम वर्ष 23-27 के परीक्षा से वंचित रहे हजारों छात्र छात्राओं का स्पेशल परीक्षा आयोजित की जाए | बीएनएमयू मधेपुरा में नाट्य शास्त्र,पत्रकरिता, एमसीए, एमबीए, मास्टर्स ऑफ बायोटेक की पढ़ाई शुरू किया जाए। विश्वविद्यालय अंतर्गत विभिन्न महाविद्यालय के कई विषयों में एक भी शिक्षक नहीं है वहा उन विषय में अन्य कॉलेज या विश्वविद्यालय मुख्यालय से शिक्षक को प्रतिनियुक्ति किया जाए |
विश्वविद्यालय द्वारा प्रत्येक दिन माननीय कुलपति से छात्रों को ना मिलने की तुगलकी फरमान अविलंब रद्द हो। विश्वविद्यालय मुख्यालय में रिज़ल्ट सुधार,UIMS के कार्य, माइग्रेशन या अन्य किसी कार्य से आने वाले छात्रों को बैठने के लिए बने वेटिंग रूम का निर्माण हो | विश्वविद्यालय मुख्यालय में गर्ल्स हॉस्टल और नॉर्थ कैंपस में बुनियादी सुविधाएं,पीने की पानी, कैंटीन, चिकित्सा संबंधी सुविधा अविलंब बहाल हो | विश्वविद्यालय मुख्यालय में 3 वर्षों से जमे पदाधिकारी को वापस अपने कॉलेज सेवा में वापस किया जाय | किसी भी छात्र संगठन के पदाधिकारी बने विश्वविद्यालय में एकल संवैधानिक पद पर आसीन पदाधिकारी को अविलंब पद से हटा कर वापस उनके कॉलेज भेजा जाय |


बीएन मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा में 3 अगस्त 2022 को चतुर्थ दीक्षांत समारोह कि बजट एवं संपूर्ण खर्च ना तो सिंडीकेट से पास करवाई गई ना ही ऑडिट करवाया गया इसकी संपूर्ण जांच हो. छात्र संगठन के आक्रोश को देखते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन ने आनन फानन में कोर्स वर्क परीक्षा का नोटिफिकेशन जारी कर दिया लेकिन छात्र संगठनों ने कहा की जांच रिपोर्ट प्रकरण पर एवं अन्य मांगों पर कुलपति अगर कार्रवाई नहीं करती है तो अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा और महामहिम कुलाधिपति का भी घेराव किया जाएगा अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे सत्येंद्र नारायण सिंह महिला महाविद्यालय सुपौल के पूर्व प्राचार्य निखिलेश कुमार सिंह ने कहा की मामले का जांच कर कार्रवाई करने का दर्जन भर से अधिक पत्र महामहिम राज्यपाल तथा उच्च शिक्षा विभाग बिहार, पटना के निदेशक द्वारा बीएनएमयू के कुलपति एवं कुल सचिव को मिला | उक्त पत्र के आलोक में बीएनएमयू मधेपुरा के कुलसचिव के ज्ञापन जीएस 678/23 दिनांक 16 6 2023 द्वारा डीएसडब्ल्यू के संयोजन में पांच सदस्य जांच कमेटी बनाई गई जिसमें विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर,सीसीसीडी,वित्त पदाधिकारी तथा कॉलेज इंस्पेक्टर विज्ञान उक्त कमेटी के सदस्य बनाए गए जांच कमेटी के गहन जांचोंपरांत दिनांक 2 अगस्त 2023 को जांच प्रतिवेदन समर्पित किया गया उस जांच प्रतिवेदन को 5 महीने तक कुल सचिव के द्वारा दबा के रखा गया जांच प्रतिवेदन में स्पष्ट लिखा गया कि दाता सद्स्य सह महाविद्यालय सचिव के फर्जीवाड़ा के कारण महाविद्यालय के गर्वनिंग बॉडी को भंग कर नई गवर्निंग बॉडी बनाया जाए तथा वरिष्ठतम कमीशन शिक्षक जिन्हें वर्ष 2013 से प्रभार देने का आदेश था उनको प्रभार दिलाते हुए सभी शिक्षक सहित कुल 11 कर्मचारियों को जिन्हे असंवैधानिक तरीकों से हटाया गया था उनको पद पर वापस रखते हुए कार्य अवधि का पूर्ण भुगतान भुगतान कराते हुए महामहिम कुलाधिपति एवं निदेशक उच्च शिक्षा विभाग पटना को सूचित करने का स्पष्ट अनुशंसा की गई परंतु कुलसचिव मिहिर ठाकुर के ज्ञापांक 178/24 दिनांक 20 फरवरी 2024 के द्वारा जानकारी दी गई तो उसे पढ़ कर आश्चर्यचकित हो गए कि आखिर बीएनएमयू के कुल सचिव के कार्यशैली और मनमानी विश्वविद्यालय के 5 वरीय अधिकारियों वाला जांच कमेटी के जांच प्रतिवेदन को छुपा कर रखते हुए वरिष्ठतम अधिकारियों पर दो कनीय अधिकारी भूपेंद्र सिंह कॉलेज इंस्पेक्टर साइंस एवं गोपाल सिंह कॉलेज इंस्पेक्टर आर्ट और कॉमर्स का दो सदस्य कमेटी द्वारा तैयार जांच प्रतिवेदन महामहिम कुलाधिपति सचिवालय को अनुपालन एवं कृत कार्रवाई की जानकारी दी गई बीएनएमयू का दुर्भाग्य है कि उच्च शिक्षा विभाग के निदेशक रेखा कुमारी ने महामहिम कुलाधिपति को अपने पत्र संख्या 17/15 दिनांक 16 मई 2023 के द्वारा कहा कि बीएनएमयू की कुलपति और कुल सचिव महामहिम कुलाधिपति के उच्च शिक्षा विभाग बिहार पटना के आदेशों का पालन नहीं करते |

पूर्व प्राचार्य निखिलेश कुमार सिंह ने कुलपति से मांग किया की महामहिम कुलाधिपति एवं निर्देशक उच्च शिक्षा बिहार सरकार पटना के आदेश के बाद बी एन एम यू मधेपुरा के कुलपति के कुल सचिव ने 16.06.23 को को डीएसडब्ल्यू के संयोजकत्व मैं बनी पांच सदस्य जांच कमेटी के द्वारा अनुशंसा के साथ कार्रवाई हेतु समर्पित जांच प्रतिवेदन के आलोक में त्वरित कार्रवाई की जाए तथा निम्नलिखित अनुशंसा को लागू किया जाए: महाविद्यालय में प्रभारी प्राचार्य के रूप में कॉलेज सेवा आयोग पटना द्वारा अनुसंसित एवं वरिष्ठतम कार्यरत शिक्षक को महाविद्यालय का कार्यभार सोपा जाए | फर्जी दान दाता सदस्य प्रतिनिधि सह सचिव के अवैध होने के कारण दाता सूची जो सिंडिकेट से पारित नहीं है को निरस्त कर नई और वैध शासी निकाय गठित की जाए | महाविद्यालय के जिन ग्यारह ( 11) शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को महाविद्यालय सेवा से मुक्त कर दिया गया है तथा अनुदान से वंचित रखा गया है उन्हें सेवा में वापस करते हुए उनके कार्यावधि का भुगतान किया जाए | 2013 से अद्यतन अनुशंसा के आलोक में गहन वित्तीय जांच कराई जाए | 16.06.23 को डीएसडब्ल्यू के नेतृत्व में गठित 5 सदस्यीय जांच कमेटी के जांच जांच प्रतिवेदन को छुपा कर रख लेने और दो कनीय अधिकारी के जांच प्रतिवेदन को प्राथमिकता देते हुए उक्त जांच प्रतिवेदन को महामहिम कुलाधिपति को समर्पित कर कार्रवाई करने कर देने की सूचना भेज दी गई जो एक गुमराह करने एवं धोखा देने जैसा घृणित कार्य किया गया है

दोनों जांचकर्ता श्री भूपेंद्र सिंह श्री गोपाल सिंह एवं संबंधित पदाधिकारी पर कानूनी कार्रवाई की जाए | ग्रामीण अर्थशास्त्र के प्रोफेसर शशि भूषण सिंह, लिपिक भोला कुमार जायसवाल आदेशपाल शिव प्रसाद यादव, मणिकांत यादव चक्रवर्ती दिनेश कामत एनएसयूआई के रितेश कुमार नीतीश यदुवंशी, आईसा के एजाज अख़्तर,विशाल राज शोधार्थी रतन दुबे, राजनंदन कुमार, शशि कुमार,धरना पर बैठे

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