*प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता के लिए एकाग्रता और समय-प्रबंधन आवश्यक-डॉ मुश्ताक* 

 

*राष्ट्रीय सत्र की परीक्षा के लिए विषय ज्ञान एवं नियमित अध्ययन अनिवार्य-प्रो विश्वनाथ

 

*किसी भी परीक्षा में कामयाबी की कुंजी समय के अनुकूल तैयारी- प्रो अफताब अशरफ*

 

*महाविद्यालय में संचालित अल्पसंख्यक कोचिंग के छात्रों के बीच पुस्तकों का नि:शुल्क वितरण*

जेटी न्यूज

दरभंगा : 17 नवंबर,2020 प्रतियोगिता परीक्षा का पाठ्यक्रम तथा सामान डिग्रियों के लिए निर्धारित पाठ्यक्रम अलग होते हैं। इसलिए प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता के लिए समय प्रबंधन के साथ-साथ एकाग्रता भी आवश्यक है। उक्त बातें ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा मुश्ताक अहमद ने कही।डॉ अहमद स्थानीय सी एम कॉलेज, दरभंगा में चल रहे अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के लिए अल्पसंख्यक कल्याण विभाग,बिहार सरकार,पटना के सौजन्य से सीटेट नि:शुल्क कोचिंग के छात्रों के बीच नि:शुल्क पुस्तक-वितरण के बाद छात्रों को संबोधित कर रहे थे।

डॉ अहमद ने कहा कि अब B.Ed पास करने के बाद सीटेट और एसटेट परीक्षा पास करना अनिवार्य है और शिक्षा के क्षेत्र में रोजगार के अधिक अवसर है।इसलिए इस प्रतियोगिता का महत्व बढ़ गया है।यह नि:शुल्क कोचिंग के छात्र-छात्राओं के लिए सुनहरा अवसर है कि वे इससे लाभ उठाकर कामयाबी का परचम लहरायें।

कॉलेज के प्रधानाचार्य एवं स्थापित समाजशास्त्री प्रो विश्वनाथ झा ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता के लिए विषय- ज्ञान एवं नियमित अध्ययन अनिवार्य है।प्रो झा ने कहा कि सी एम कॉलेज में संचालित नि:शुल्क कोचिंग केंद्र मिथिलांचल के अल्पसंख्यक वर्ग के छात्रों के लिए बड़ा वरदान है। इसके लिए बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव आमिर सुभानी एवं डॉ मुश्ताक अहमद, कुलसचिव का प्रयास सराहनीय है।

प्रो आफताब अशरफ संयोजक एवं विभागाध्यक्ष, उर्दू विभाग,ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय ने कहा कि किसी भी परीक्षा के लिए यह आवश्यक है कि प्रतिभागी पाठ्यक्रम के साथ-साथ सामान्य ज्ञान पर भी नजर रखें।डॉ अहमद ने छात्र-छात्राओं को मनोवैज्ञानिक तौर-तरीके को अपनाने की वकालत की और प्रतियोगिता परीक्षा की गंभीरता पर प्रकाश डाला।

इस अवसर पर कोचिंग के शिक्षक डॉ वजाहत वसीयुल्लाह,डॉ मो असलम, डॉ मो बशीर,डॉ मो इफ्तेखार, डॉ एजाज अहमद आदि ने अपने विचार रखे।इस अवसर पर सभी छात्र-छात्राओं को प्रतियोगिता से संबंधित पुस्तकें नि:शुल्क दी गई।

मो रजाउल्लाह,विपिन कुमार सिंह और मो सुहेल ने पुस्तक-वितरण में सहयोग किया।ज्ञात हो कि अल्पसंख्यक कल्याण विभाग,बिहार सरकार,पटना और नोडल एजेंसी मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय,पटना है और स्थानीय निदेशक डॉ मुश्ताक अहमद,कुलसचिव हैं। इस कोचिंग में साथ कोचिंग में 60 अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं के अलावा 20 गैर अल्पसंख्यक छात्र-छात्राओं को भी नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा प्राप्त है।अंत में विपिन कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

Website Editor :- Neha Kumari

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