समस्तीपुर में आईएमए से जुड़े डॉक्टरों की हड़ताल, ओपीडी बंद रहने से लौटते रहे मरीज.

जे टी न्यूज/ झुन्नूबाबा
समस्तीपुर। आयुर्वेद चिकित्‍सकों को सर्जरी की अनुमति दिए जाने के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्‍टर आज हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल का असर समस्तीपुर में देखा जा रहा है। इस दौरान सरकारी और निजी अस्पतालों में इमरजेंसी और कोविड को छोड़कर ओपीडी सेवा पूरी तरह से ठप रहा।

डॉक्टरों के द्वारा आज किए जा रहे इस हड़ताल का समस्तीपुर में खासा असर दिख रहा है। यहां हर रोज दूर-दराज से मरीज इलाज कराने आते हैं, लेकिन आज मरीजों को बगैर इलाज के लौटना पड़ रहा है। जिले के सदर अस्पताल में ओपीडी सेवा बंद रही। जिससे मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। समस्तीपुर सदर अस्पताल में इस कड़ाके ठंड में भी दूर-दूर से आए मरीज बिना डॉक्टर को दिखाएं ही वापस घर लौटने को मजबूर है।

हड़ताल को सफल बनाने के लिए सदर अस्पताल के डॉ हेमंत कुमार भी मैदान में उतर आये। इस दौरान उन्होंने कहा कि आयुर्वेद चिकित्‍सकों से सर्जरी कराना ठीक नही है इससे मरीजों की जान भी जा सकती है। MBBS करने के बाद जर्नल सर्जरी करने के लिए वह अधिकृत नहीं है। उन्हें M.S. करना पड़ता है। इसी बात से आईएमए के आह्वान पर पूरे देश के सरकारी व प्राइवेट डॉक्टर आज हड़ताल पर है।

उन्होंने कहा कि सदर अस्पताल में भी कोविड-19 और इमरजेंसी सेवा को छोड़कर सभी सेवाओं को बंद कर दिया गया है। आइएमए के अनुसार सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक सरकारी अस्पतालों एवं निजी क्लीनिक में आउटडोर बंद रहेगा। सरकारी अस्पतालों में ओपीडी सेवा ठप रखी जाएगी। ग्रामीण इलाकों से इलाज के लिए आए मरीजों को भटकना पड़ रहा हैं। आपको बताते चलें कि रविवार को छोड़कर अन्य दिनों में सुबह आठ बजे से दोपहर बारह बजे तक तथा शाम चार बजे से छह बजे तक आउटडोर सेवा बहाल रहती हैं।जिसमें प्रतिदिन करीब तीन- चार सौ से अधिक मरीजों का इलाज किया जाता हैं।

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