*ई-रिक्शा, ऑटो- चालकों, प्रवासी एवं दिहाड़ी मजदूरों की राशन और आर्थिक मदद की मांग जायज- अवधेश कुमार*

*उत्तराखंड में फंसे हजारों गुजरातियों को डीलक्स बस से अहमादाबाद ले जाया जा सकता तब गरीब मजदूर को उनको अपने राज्य तक क्यों नहीं भेजा जा सकता?*

*ई-रिक्शा, ऑटो- चालकों, प्रवासी एवं दिहाड़ी मजदूरों की राशन और आर्थिक मदद की मांग जायज- अवधेश कुमार*

*उत्तराखंड में फंसे हजारों गुजरातियों को डीलक्स बस से अहमादाबाद ले जाया जा सकता तब गरीब मजदूर को उनको अपने राज्य तक क्यों नहीं भेजा जा सकता?*

ठाकुर वरुण कुमार।

पटना::- भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने सरकार से मांग करते हुए कहा है कि राजधानी में ई- रिक्शा और ऑटो- चालकों ने मौन, भूख हड़ताल और अर्धनग्न प्रदर्शन के जरिए अपने कष्ट का इजहार किया है।

पूरे राज्य के सभी शहरों, कस्बों में हजारों की संख्या में ई – रिक्शा और ऑटो चालक हैं। उनके लिए राशन और आर्थिक मदद की मांग पूरी तरह जायज है। राज्य सरकार को चाहिए उनकी मांगो को तुरंत पूरा करे।

उसी प्रकार प्रवासी और दिहाड़ी मजदूरों की स्थिति दु:खद और दर्दनाक है। मुंबई के वाड्रा स्टेशन, सूरत, दिल्ली और अन्य जगहों पर हजारों मजदूरों का जमावड़ा – कि उन्हें अपने घर पहुंचाओ, स्वभाविक और जायज है।

केंद्र और राज्य सरकारें ज्यादा उपदेश दे रही है लेकिन उनकी कष्टों को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम उठाने में अभी तक असफल रही है । वहीं सरकार की दोहरी नीति के चलते भी गरीबों मजदूरों में अविश्वास और आक्रोश बढ़ा है।

उत्तराखंड में फंसे हजारों गुजरातियों को डीलक्स बस से अहमादाबाद ले जाया जा सकता तब गरीब मजदूर को उनके अपने राज्य तक क्यों नहीं भेजा जा सकता। इस तरह के सवाल बिहार विधान सभा में विपक्ष के नेता श्री तेजस्वी यादव द्वारा उठाया जाना भी उचित ही है।

हम मांग करते हैं कि-

1. राशन कार्ड की अनिवार्यता समाप्त कर सभी जरूरतमंदो के घरों तक प्रति परिवार 35 किलो अनाज और पांच हजार रुपया नगद पहुंचाया जाए ।

2. राज्यों के बाहर फंसे सभी प्रवासी मजदूरों को उनके रहने, खाने और इलाज की पूर्ण व्यवस्था की जाए और उन्हें भी तुरंत पांच हजार रूपए दी जाय।

3. प्रवासी मजदूरों को उनके घरों तक पहुंचाने की विशेष इंतजाम की जाय ताकि वे कृषि कार्य और निर्माण कार्य से जुड़ सके।
4. बारिश, ओला से क्षतिग्रस्त फैसलों का प्रयाप्त मुआवजा दी जाय।

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