देश में बर्ड फ्लू की दहशत* खबरी लाल –

 

नई दिल्ली – सुनो ताऊ ‘ सुनो देश वासियो सुनो । “ना काहूँ से दोस्ती ना काहूँ से बैर ‘खबरीलाल तो माँगे सबकी खैर “अभी हम लोग वैश्विक संकट कोरोना वायरस के जंग जीत नही पाये कि देश मे एक और वायरस के संक्रमण का प्रकोप देश में पैर पसार रहा है….यह वायरस और कोई नहीं एवियंस इंफ्लूएंजा है , इस हम आम बोलचाल की आसान भाषा में बर्ड फ्लू… कहते है ।.इस वायरस ने राजस्थान, केरल ‘ हरियाणा समेत कई और राज्यों को अपनी दस्तक ही नही ब्लकि अपने चंगुल में फंसा लिया है… इस संक्रमण के कारण अब तक कई पक्षियों की मौत हो चुकी है… हिमाचल के कई हिस्सों में इस संक्रमण के कारण प्रवासी पक्षियों के मरने की पुष्टिै की गई है…देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू फैल गया है….बर्ड फ्लू के इस महामारी ने चारों ओर दहशत फैलाया है।पिछले दिनो राजस्थान में लगातार सैकड़ों कौओं की मौत,मध्य प्रदेश में 23 दिसंबर से 3 जनवरी तक अनगिनत कौओं की मौत हो चुकी है ।हिमाचल प्रेदश में बर्ड फ्लू के खतरे से मांस व अंडा बेचने पर प्रतिबंध लगाया गया है। हरियाणा में इस वायरस से लगभग एक लाख मुर्गी और चूजों की मौत हो चुकी है ।

केरल सरकार ने तो बर्ड फ्लू को राजकीय आपदा घोषित कर दिया है । दिल्ली सरकार ने इस वायरस के खतरे को ध्यान मे रख अपनी तैयारियाँ शुरू कर दी है।

बर्ड फ्लू की पुष्टि केबादपशुपालन विभाग केअधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि भले ही अभी पोल्ट्री पक्षियों में कोई लक्षण नहीं दिखे हों लेकिन फिर भी पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद बाजार, फार्म, जलाशयों एवं प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखी जाए. इसके साथ ही मंदसौर में अंडे और चिकन की दुकानें बंद रखने का आदेश जारी किया गया है ‘देशकेअलग-अलग राज्यों में मरे पक्षियों में एच 5 एन8 और एच5एन1 वायरस मिले हैं.. कुछ जगहों पर कौओ में एच5एन8 वाले वायरस मिले हैं। ये वायरस काफी संक्रामक होते हैं। आमतौर पर यह वायरस पक्षियों में ही पाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, मनुष्यों में एय5 एनI वायरस का संक्रमण काफी खतरनाक होता है। अगर एय5 एन 1 वायरस म्यूटेट हो जाए तो इससे इंसानों से इंसानों में आसानी से ट्रांसमिशन हो सकता है। पिछलेसाल 2020 कोरोना की शुरूआत से हुआ था तो 2021 बर्ड फ्लू लेकर आया है…इस वायरस से देश में चारों ओर दहशत का माहौल है। राज्यों में अलर्ट जारी है।

ऐसे मे सावधानी के साथ जागरूकता की जरूरत है । इसके लिए सरकार व जनता को सुझ बुझ से काम लेना होगा ।

प्रस्तुति – विनोद तकिया वाला

स्वतंत्र पत्रकार

Website Editor :- Neha Kumari

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