दीन हीन दुर्बल लोगों के, जख्मों की तुरपाई हूँ।

दीन हीन दुर्बल लोगों के, जख्मों की तुरपाई हूँ।

में हूँ बेटी नई सदी की, रानी लक्ष्मीबाई हूंँ।

जे टी न्यूज, आगरा: सभी की चहेती सुप्रसिद्ध राष्ट्रीय ओज कवयित्री- अंशु छौंकर अवनी’ आगरा (उत्तर प्रदेश)* देशभक्ति की कविता और ओजस्वी स्वर से श्रोताओं को भारत माता की जय घोष करने के लिए बात किया बाध्य_

 

जा मनोहर देख,आसपास देख,कोई डोल रहा हैं,ठंडे नीर की बावड़ी में कोई नफरती भांग घोल रहा हैं

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एवं राष्ट्रीय कवि बालकृष्ण शर्मा*नवीन* व सतरंगी कवि हरिवंश राय जी बच्चन की संयुक्त जयंती के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सम्पन्न !

कवि कुछ ऐसी तान सुनाओ जिससे उथल पुथल मच जाए,एक हिलोर इधर से आए,एक हीलोर उधर से आए,

ऐसी अनेकों रचनाओं के ओजस्वी कवि बालकृष्ण शर्मा की रचनाओं को याद करते हुए सब्जी बाज़ार शुजालपुर में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ जिसमें दिल्ली के ओज कवि संजू सुर्यम ठाकुर ने “न ही अमरीका न ही लंदन,न पाकिस्तान की मिट्टी,न अफ्रीका न ही लंका,न ही जापान की मिट्टी, जहां राम श्याम जन्हा शंकर गंगा

हमें जान से प्यारी हिंदुस्तान की मिट्टी” !

अमरावती की श्रृंगार की कवियत्री प्रो. ममता मेहता ने “जिंदगी में कभी कुछ खास न हुआ, राजनीति में कुछ झक्कास न हुआ,एग्जाम से पहले पेपर लिक न हुआ,इसलिए पप्पू पास न हुआ”

नागपुर के शायर इमरान फ़ैज़ ने

 

“सभी से प्यार करते हैं,दुश्मनों के सर पर भी हाथ रखते हैं,निकलते ही नहीं खाली हाथ घर की चौखट से,वतन से प्यार है हमको तिरंगा साथ रखते हैं”

ब्यावरा के कवि डालचंद मनमौजी ने “शेर पे सवार होकर आ जा शेरा वाली ए,सारे भ्रष्ट नेताओं को खा जा शेरा वाली ए”

आगरा की ओज की कवियत्री अंशु अवनी “जो गीत जमाने को भाए, वह गीत बनाना बाकी है, इन चूड़ी वाले हाथो से,हथियार चलाना बाकी है,पोंछु काजल को धार भरूं,अब तूफ़ान उठाना बाकी है ऐसी ऊर्जावान कविताओं का पाठ किया !

कवि सम्मेलन का मंच संचालन राम मनावत अकोदिया ने किया,कवि सम्मेलन में सुशील कलवार कोटा, सूत्रधार कवि मनोहर बौद्ध *मसखरा*शुजालपुर विष्णु त्रिवेदी फुरसती शुजालपुर,राजेन्द्र खत्री ब्यावरा, प्रियांशी पाटीदार ने काव्य गंगा बहाई !

इस मौके पर *इन्द्रधनुष साहित्य व सामाजिक परिषद के अध्यक्ष हरिश्चंद्र सक्सेना ने भगवान चित्रगुप्त के *कलम दवात किताब* के महान संदेश को प्रसारित करने हेतु समस्त कवियों को डायरी और कलम देकर सम्मानित किया ! साथ ही परिषद के संरक्षक विक्रम सिंह यादव संयोजक संजय उज्जालिया सूत्रधार कवि मनोहर बौद्ध *मसखरा* ने समस्त कवियों को सामूहिक रूप से प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया ! आयोजन में आमन्त्रित कवियों का एड. हिम्मत सिंह परमार, धन्नलाल पाटीदार,हेमराज सिंह अस्ताया, प्रवीण जोशी, अरुण पाटीदार,हिम्मत सिंह खेलवार आदि श्रोताओं ने कवियों को माला पहना कर स्वागत किया !

और अंत में राष्ट्रगान की प्रस्तुति के बाद कवि सम्मेलन का समापन कर हरिश्चंद्र सक्सेना ने आभार माना !

Related Articles

Back to top button